ये उदासी कहाँ से आती है
है वो यकसर1 सुपुर्दगी2 तो भला
बदहवासी कहाँ से आती है
वो हम आग़ोश3 है तो फिर दिल में
नासिपासी4 कहाँ से आती है
एक ज़िन्दा ने-बेदिली5 और शाम
ये सबा-सी कहाँ से आती है
तू है पहलू में फिर तेरी ख़ुशबू
हो के बासी कहाँ से आती है
दिल है शब- सोख़्ता,6 सोऐ उम्मीद
तू निदा-सी7 कहाँ से आती है
मैं हूँ तुझ में और आस है तेरी
तो निरासी कहाँ से आती है
1. पूरी
2. आत्म- समर्पण
3. आलिंगन
4. कृतज्ञता
5. अनमने भाव का बन्दीगृह
6. रात का जला
7. आवाज़।