न तेरे आने से मतलब, न तेरे जाने से
अजीब है मिरी फ़ितरत3 कि आज ही मस्लन
मुझे सुकून मिला है तिरे न आने से
इक इज्तिहाद4 का पहलू ज़रूर है तुझ में
ख़ुशी हुई तिरे ना वक़्त मुस्कुराने से
ये मेरा जोशे-मुहब्बत फ़क़त इबारत5 है
तुम्हारी चम्पई रानों6 को नोच खाने से
मुहज़्ज़ब7 आदमी पतलून के बटन तो लगा
कि इर्तिक़ा8 है इबारत बटन लगाने से
1. आशय
2. शोर
3. स्वभाव
4. जहाँ क़ुरान/हदीस में किसी काम के लिए स्पष्ट आदेश न हो वहाँ अपनी बुद्धि से उचित-अनुचित का ज्ञान करना, प्रयत्न करना
5. उद्देश्य
6. जाँघों
7. शिष्ट
8. विकास।